Shatranj Ke Mohre

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Shatranj Ke Mohre

Number of Pages : 298
Published In : 2016
Available In : Hardbound
ISBN : 9788126315413
Author: Amritlal Nagar

Overview

हिन्दी के यशस्वी कथाकार अमृतलाल नागर का बहुप्रशंसित उपन्यास है 'शतरंज के मोहरे’। वास्तव में यह एक ऐतिहासिक कृति है, जो सवा-डेढ़ सौ वर्ष पहले की अवध की नवाबी और ईस्ट-इंडिया कम्पनी की नीति का प्रामाणिक इतिहास प्रस्तुत करती है। सन्ï 1857 ई. का गदर भारतीय इतिहास का एक महान क्रान्तिकारी मोड़ है। 'शतरंज के मोहरे’ में गदर की पृष्ठïभूमि में देशकाल की गति-प्रगति के मार्मिक चित्र उभरकर सामने आते हैं। ये चित्र इतने व्यापक और सजीव हैं कि रस बरस-बरस पड़ता है—शृंगार, हास्य, रौद्र, बीभत्स, अद्ïभुत, करुण, शान्त—यानी आप उपन्यास की रसधार में बहते चले जाएँगे! इसके हर पात्र को आप प्यार करेंगे, जिनसे घृणा करेंगे उन्हें भी अनूठे मनोवैज्ञानिक चित्रण से प्रभावित होकर सहानुभूति और मानवीय प्यार देने को विवश होंगे। साथ ही उपन्यास के अनेक पात्रों की याद आपको बार-बार आती रहेगी।

Price     Rs 280/-

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हिन्दी के यशस्वी कथाकार अमृतलाल नागर का बहुप्रशंसित उपन्यास है 'शतरंज के मोहरे’। वास्तव में यह एक ऐतिहासिक कृति है, जो सवा-डेढ़ सौ वर्ष पहले की अवध की नवाबी और ईस्ट-इंडिया कम्पनी की नीति का प्रामाणिक इतिहास प्रस्तुत करती है। सन्ï 1857 ई. का गदर भारतीय इतिहास का एक महान क्रान्तिकारी मोड़ है। 'शतरंज के मोहरे’ में गदर की पृष्ठïभूमि में देशकाल की गति-प्रगति के मार्मिक चित्र उभरकर सामने आते हैं। ये चित्र इतने व्यापक और सजीव हैं कि रस बरस-बरस पड़ता है—शृंगार, हास्य, रौद्र, बीभत्स, अद्ïभुत, करुण, शान्त—यानी आप उपन्यास की रसधार में बहते चले जाएँगे! इसके हर पात्र को आप प्यार करेंगे, जिनसे घृणा करेंगे उन्हें भी अनूठे मनोवैज्ञानिक चित्रण से प्रभावित होकर सहानुभूति और मानवीय प्यार देने को विवश होंगे। साथ ही उपन्यास के अनेक पात्रों की याद आपको बार-बार आती रहेगी।
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